सहज योगी पूर्ण सुरक्षित है
इतना डरा हुवा विश्व है, इतनी असुरक्षा है। आज हर व्यक्ति व्यग्र है। अपने जीवन को बचाने की सोच रहा है। आप सहजयोग में आये आप कष्ट से बच सकते है।
क्योकि महामाया का एक पक्ष यह है की वे रक्षा करती है। जब तक आप स्वयं न चाहे कोई सहजयोगी को मार नही सकता। उनकी अपनी इच्छा है, उन्हें कोई छू नहीं सकता।
किस प्रकार यह महामाया सहजयोगी की रक्षा करती है, इसकी अनेक कहानियाँ है। स्वप्न में भी वह रक्षा करती है। यह चेतन मस्तिष्क है, परन्तु अत्यंत गहन सुक्ष्म अवस्था पर आप जान जाते है कि आपके लिए क्या ठीक है क्या गलत। किसी न किसी तरह से वे जान जाते है।
यही ज्ञान अन्तर्ज्ञान है। किस प्रकार समस्या से छुटकारा पाना है? और आप छुटकारा पा लेते हैं।
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