Tuesday, February 20, 2024

Common ailments with Sahaja Yoga Treatment

 SAHAJAYOGA NIRMAL ASHRAM PATHARDI NASHIK


जय श्री माताजी - अति महत्वपूर्ण सूचना



कुछ कॉमन स्वास्थ्य समस्याओं के लिये 18 फरवरी 2024 को हुये नेडिकल के सेमिणार नासिक मे (डॉ.संदीप राय सर वं डॉ.मधुर राय मॅडम और डाॅ. अलका पानसरे मॅडम) सेमिनार में निम्न उपचार बताये गयेः- (किसी ग्रुप पर सहजयोगी भाई द्वारा पोस्ट किये गये उपचार)

(भाग-1)

1- प्रतिदिन फुटसोक करने से आपकी 90 प्रतिशत समस्यायें दूर हो जायेंगी।

2- सहजयोग में श्रीमाताजी ने हमें स्वयं का डॉक्टर बना दिया है।

3- यदि बहुत अधिक विचार आ रहे हों और आपको निर्विचारिता प्राप्त करने में कठिनाई हो रही हो तो अपना दांया हाथ नमक मिले बर्फ के पानी में डालें। 

4- आंखों के लिये श्रीमाताजी के हाथों के फोटो का उपयोग करें।

5. ध्यान के लिये माँ का अभय मुद्रा वाला चित्र रखें।

6- स्वास्थ्य समस्याओं के लिये माँ का धनवंतरी रूप फोटो रखें।

7- आज्ञा चक्र के लिये रोज दो बार हं और क्षं कहें।

8- दांई नाड़ी की समस्याओं जैसे फ्रैक्चर, हार्ट अटैक आदि के लिये पहले डॉक्टर के पास जांय।

9- बांई नाड़ी की समस्याओं के लिये जैसे साइकोसोमेटिक रोगों और स्कीजोफ्रेनिया के लिये एलोपैथी में कोई निदान नहीं है। इसका निदान सहजयोग में है।

10- जो लोग बीमार हैं उनके लिये मन में दयाभाव रखें। ये न कहें कि वह बीमार है और संभवतया वह सहजयोग ठीक से नहीं कर रहा है। उससे सहानुभूति रखें और उसका सहयोग करें। उसको श्रीमाताजी के प्रति समर्पण करवाने का प्रयास करें और उसे माँ से जोड़ें।

11- माँ ही हमारे लिये सही उपचार करेंगी चाहे वह एलोपैथी हो या होमियोपैथी, आयुर्वेद या सर्जरी। जितना अधिक आप माँ को पहचानेंगे उतनी ही जल्दी आप ठीक होंगे। 

12- हाइपर थाइरॉयड, डायबिटीज़ उच्च रक्तचाप के लियेः दांई नाड़ी के उपचार कीजिये। 

13- जो भी चीज हमारे ऑर्गन्स को लिथार्जिक बनाती हो जैसे शरीर में कोई ग्रोथ या दर्द या फिर मानसिक विकलांगताः हो तो इसके लिये बांई नाड़ी के ट्रीटमेंट दें।

14- यदि अति सक्रियता के कारण केवल बांई ओर वाइब्रेशन्स का अनुभव होता हो तो दांई नाड़ी को ठंडा करें।

15- सियाटिका के दर्द के लिये यदि दर्द बांई ओर हो तो बांई नाड़ी का उपचार और यदि दांई नाड़ी पर हो तो दांई नाड़ी को क्लियर करिये। 

16- कपूर शरीर को बाह्य रूप से गर्मी प्रदान करता है। अतः बांई नाड़ी के लिये कैंडल उपचार करें। यदि अत्यधिक लेफ्ट साइड की बाधा हो तो कैंडल के साथ कपूर ट्रीटमेंट भी दें।

17- डायबिटीज अत्यधिक सोचने और योजनायें बनाने के कारण होती है जिसमें स्वाधिष्छान चक्र हर समय कार्य करता रहता है और पैंक्रियाज में अत्यंधिक गर्मी चली जाती है। इसके लिये राइट स्वाधिष्ठान, लिवर व बैक आज्ञा पर बर्फ रखें। सब्जा के बीज पानी में भिगाकर पिंये, मूली की पत्तियां उबाल कर पियें, कोकम का शरबत पियें। 

बांझपनः अपना मेडिकल चेकअप करवायें। दांई नाड़ी को ठंडी रखें। दांया हाथ दांये स्वाधिष्ठान पर रखें। श्रीगणेश अथर्वशीर्षम का पाठ करें।

18- कान का दर्दः दांया कान राइट विशुद्धि है और बांया कान बांई विशुद्धि। इसके लिये विशुद्धि के मंत्र पढ़ें और घी कपूर ट्रीटमेंट करें। यदि बांई विशुद्धि है तो वाइब्रेटेड अजवाइन को एक बरतन या तवे पर गर्म करें और गर्म अजवाइन को एक रूमाल पर निकालें और इस पोटली से बांई विशुद्धि को सेकें। अल्लाहो अकबर का उच्चारण करें।

19- कमजोर स्मरण शक्ति के लियेः या देवी सर्वभूतेषु समृति रूपेण संस्थिता, गणेश अथर्वशीर्षम का पाठ करें।

20- पढाई करने से पहले भी माँ से प्रार्थना करें कि माँ आप ही साक्षात श्रीगणेश हैं ... आप ही श्री सरस्वती देवी हैं। कृपया आप मुझसे पढ़ाई करवा लीजिये।

21- आंख में अंजनियाः लेफ्ट विशुद्धि के कारण। प्रार्थना करें कि माँ मैं बिल्कुल भी दोषी नहीं हूँ। किसी छोटे बच्चे की तरह से माँ की साड़ी के धागे को पकड़ते हुये माँ से प्रार्थना करें और वही निश्चित रूप से आपकी देखभाल करेंगी। 

22- हार्ट अटैकः आत्मा, सहजयोग या सहजयोग के कार्यों की अनदेखी। चित्त आत्मा की ओर रखें। सब कुछ माँ पर ही छोड़ दें।

23- घुटनों ओर कोहनी का दर्दः नाभि को क्लियर करें। पारिवारिक समस्याओं के कारण लेफ्ट नाभि खराब हो जाता है। 

24- अधिक सोचने से दांई नाड़ी खराब हो जाती है। दांई नाड़ी के मंत्र पढ़ें।(क्रमशः)🌹


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