Wednesday, February 2, 2022

Shri Hanuman & Shri Ganesh Shaktis - Hindi Article

 हनुमान जी जितने शक्तिमान थे, जितने गुणवान थे, उतने ही वो श्रद्धामय और भक्तिमय थे, हनुमान जी एक विशेष देवता हैं, एक विशेष रूणधारी देवता हैं, जितने वो बलवान थे,जितने वो शक्तिशाली थे, जितनी शक्ति थी, उतनी ही उनके अंदर भक्ति थी, ये संतुलन उन्होंने किस प्रकार पाला और उसमें रहे, ये एक बड़ी समझने की बात है, उनके अंदर दैवीय शक्तियां थी, उनके अंदर नवधा शक्तियां थी, ये सारी शक्तियां उन्होंने भक्ति से पायी थी, इसका मतलब है कि भक्ति और शक्ति दोनों एक ही चीज हैं।

बजरंगबली और श्री गणेश आपके साथ खड़े हैं, सहजयोगियों को संहार करने की जरूरत नहीं है, किसी का संहार करने की जरूरत नहीं है, बस आप ये सोच लीजिये कि आपके साथ ये दोनों हर पल हर क्षण हैं, जब भी आपको कोई परेशान करे, तंग करे तो साक्षात् ये दोनों आपके साथ खड़े हैं, सहजयोगियों की Security उनके साथ ही चलती है और दूसरी Security जो चलती है वो है गणों की, ये गण श्री गणेश को आपके बारे में सारी खबर देते हैं।

परम पूज्य श्री माताजी की दिव्य वाणी
श्री हनुमान पूजा
31 मार्च 1999
पुणे